चंपावत ।उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी के निधन पर सर्वत्र शोक की लहर दौड़ गई।उनके असामयिक निधन से जिले का राजनैतिक जगत, प्रशासनिक अमला उन्हें चाहने वाले भारी संख्या में लोग स्तब्ध रह गये विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक संगठनो ने अलग-अलग शोक सभा कर अपने प्रिय नेता को हृदय से श्रद्धांजलि दी।श्री गहतोड़ी लंबे समय से चंपावत जिले के सार्वजनिक जीवन से घुले मिले थे तथा उन्होंने जनपद के लोगों के जीवन को और सरल बनाने एवं यहां विकास का नया युग शुरू करने के लिए अपनी विधायकी छोड़कर सीएम धामी को यहां नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया था। आज सीएम धामी द्वारा चंपावत को हिमालयी राज्यों के लिए मॉडल जिला बनाने के जो प्रयास किया जा रहे हैं उसमें श्री गहतोड़ी की भूमिका को कभी नहीं भुलाया जा सकता। अवकाश पर चल रहे जिलाधिकारी नवनीत पांडे, प्रभारी जिलाधिकारी हेमंत वर्मा,सीडीओ संजय कुमार सिंह ने अपनी शोक संवेदना में कहा कि सबका भला चाहने एवं विकास की सोच रखने वाले श्री गहतोड़ी जैसै महान व्यक्तित्व को खोने की कमी हम सब को लंबे समय तक खलती रहेगी। विधायक खुशाल सिंह अधिकारी ने कहा कि श्री गहतोड़ी की कमी तो उन गरीबों लोगों पर भारी पड़ गई है जिनके लिए वे मसीहा कहे जाते थे। उन्हें खोने का मुझे व्यक्तिगत आघात भी लगा है।जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, बाराकोट की ब्लॉक प्रमुख विनीत फरत्याल, पाटी की सुमन लता, लोहाघाट की नेहा ढेक, चंपावत की रेखा देवी, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल मेहरा , उपाध्यक्ष मोहित पाठक, सतीश चंद्र पांडे, एडवोकेट शंकर दत्त पांडे ,पूर्व अध्यक्ष विजय वर्मा, मुकेश कलखुडिया, लोहाघाट के चैयरमैन गोविंद वर्मा, चंपावत के पूर्व चेयरमैन विजय वर्मा, पूर्व ब्लॉक प्रमुख लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, प्रमुख उद्योगपति नरेंद्र लड़वाल,समेत जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पुरन कठायत आदि तमाम लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।