सनसनीखेज खुलासा बनभूलपुरा मामले में सपा नेता अब्दुल मतीन सिद्दीकी छोटे भाई के बचाव में उतरे

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अपने बहिश्त(स्व) अब्दुल रऊफ के आपराधिक रिकॉर्ड किया प्रेस रिलीज

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल मतीन सिद्दीकी बनभूलपुरा आराजकता में उपद्रव के आरोप में बंद अपने छोटे भाई जावेद मलिक के बचाव में उतर आए हैं उन्होंने कहा कि जावेद पर पुलिस के लगाये गये आरोप निराधार है किन तथ्यों के आधार पर गिरफ्तार किया है इसकी जांच होनी चाहिए।

अब्दुल मतीन द्वारा अपने भाई स्वर्गीय अब्दुल रऊफ के के हत्या में नामजद आरोपियों का अपराधिक रिकॉर्ड किया प्रेस को जारी करते हुए कहा जिस तरह वीडियो फुटेज में देखा जा रहा है कि वह लोगों को समझने का प्रयास कर रहा है लेकिन भीड़ मानने को तैयार नहीं है ।उसका इस पूरे कांड में उसका कोई हाथ नहीं हो सकता है इसके अलावा वह अपने बच्चों और मेरी झूठी कसम नहीं खा सकता है। मैंने उसे अपने बच्चों की तरह पाला है मेरे महरूम पिता की मृत्यु के समय जावेद मात्र ढाई साल का था तब से मैं उसे अपने बच्चों की तरह पाल रहा हूं और मेरा दिल कह रहा है कि निश्चित रूप से वह इस मामले में दोषी नहीं होगा।


इसके अलावा उन्होंने कहा कि जावेद अब्दुल मलिक के पक्ष में कभी भी खड़ा नहीं हो सकता क्योंकि वह जानता है कि अब्दुल मलिक उसका भाई, उसका भतीजा मेरे छोटे भाई अब्दुल रऊफ का कातिल है जिसका केस अभी भी इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रहा है।

उन्होंने अब्दुल रउफ के हत्या में शामिल लोगों जिन पर मुकदमे दर्ज हैं के मुकदमों का आपराधिक इतिहास भी प्रेस को जारी किया है जिसमें अब्दुल मलिक, उसके भाईअब्दुल खालिक, अब्दुल रशीद, अब्दुल रब, बसपा के नेता रह चुके नारायण पाल, हरीश पडलिया, शकील अहमद के के, मुन्ना अंडे वाला का नाम शामिल है।

उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हल्द्वानी तथा हमारे परिवार के लिए यह सबसे बड़ी दुखद घटना है इस घटना की वजह से उनके छोटे पुत्र की शादी और रिसेप्शन भी रद्द हो गया है

मतीन अपने भाई जावेद के द्वारा अब्दुल मलिक के साथ खड़े होने की बात को पूरी तरह नकारते है क्योंकि वह कभी भी बड़े भाई की हत्यारों के साथ नहीं खड़ा हो सकता है।

मतीन का बयान आज पूरे मीडिया और हल्द्वानी में चर्चा का विषय रहा जिसमें उन्होंने अपने भाई अब्दुल रऊफ के हथियारों का आपराधिक रिकॉर्ड सार्वजनिक कर दिया उससे एक सनसनी फैली हुई है।

उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए उन्होंने कहा कि दंगे के आरोपियों को सजा जरुर मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में यह सबक भी साबित हो सके पुलिस ,नगर निगम और पत्रकारों को जिस तरह से नुकसान हुआ है उसके लिए वह उनके जल्द ठीक होने तथा लंबी आयु की प्रार्थना करते हैं। इस कांड में मृतकों के परिजनों को सरकार को मुआवजा देना चाहिए इसके अलावा परिजनों को इस कष्ट को सहने की शक्ति भी ऊपर वाला प्रदान करें।


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