अद्वैत आश्रम मायावती की 125 वें स्थापना दिवस पर स्वामी विवेकानंद के मानवीय सेवा भाव आज भी है अमर

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अद्वैत आश्रम मायावती की 125वे स्थापना दिवस पर विशेष




125 वर्ष के सफर में 19 अध्यक्षों को जिम्मेवारी मिली, जिन्होंने अपनी दृष्टि से आश्रम से जारी रखा मानवीय सेवा की भावधारा को।


लोहाघाट। अद्वैत आश्रम मायावती की स्थापना से लेकर आज तक अनावरत आश्रम की ओर से मानव सेवा का ऐसा भाव बना हुआ है जहां पीड़ित मानवता मानवीय सहायता के लिए कराहती है, वहां देवदूत के रूप में आश्रम के संत पहुंचकर राहत शुरू कर देते हैं। आश्रम की स्थापना से लेकर आज तक 19 अध्यक्षों ने आश्रम द्वारा संचालित सेवा भावना का नेतृत्व किया है स्वामी शुद्धिदानंदजी महाराज को यह ईश्वरीय देन मिली है कि वह हर व्यक्ति के अंतर्मन के भाव को समझते हुए ऐसे दूर दृष्टि वाले संत हैं जिनके मन, वचन व कर्म में सेवा का ही भाव परिलक्षित होता है। अनेक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुस्तकों के लेखक स्वामी जी ने वर्ष 2021 में आश्रम के अध्यक्ष के रूप में जब यहां आए तो उन्होंने यहां के ग्रामीण क्षेत्र का भ्रमण कर न केवल यहां की भौगोलिक, सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति को समझा बल्कि बीमार रोगियों को अस्पताल तक लाने की दिक्कतों को भी समझते हुए मन में विचार किया कि क्यों नहीं ऐसी व्यवस्था की जाए जिससे दूर दराज गांवों के रोगियों को मुफ्त ट्रांसपोर्ट की सुविधा देकर उन्हें घर से मायावती अस्पताल लाकर उपचार के बाद उन्हें घर तक ही छोड़ा जाए। स्वामी जी के मन में आए इस देवत्व विचार को लंदन से प्रतिवर्ष दो बार मायावती अस्पताल में अपनी सेवाएं देती आ रही महिला रोग विशेषज्ञ डा,रसना चैनोय ने महसूस अपने शिष्य से एक एंबुलेंस बस खरीद कर अस्पताल को दान करने को कहा, तो कुछ दिनों मे बस भी यहां आ गई। यह सब कुछ ऐसे हुआ जैसे ईश्वर ने पहले ही इन लोगों में ऐसे भाव भर दिए हों।
बस के आने के बाद सप्ताह में 6 दिन इसका ग्रामीण क्षेत्र का ऐसा रूट चार्ट बनाया गया जहां से रोगियों को अस्पताल लाना और उन्हें उपचार के बाद घर पहुंचाने से उन्हें बहुत बड़ी राहत मिलने लगी, यही नहीं विशेषज्ञ डॉक्टर के सुदूर गांव में शिविर लगाकर वहां विभिन्न प्रकार के रोगियों को चिन्हित कर बाद में उनका जहां भी उपचार संभव है, किया जाता है। गांव के गरीब स्कूली बच्चों को ऊनी वस्त्र, गरीबों को कंबल आदि भी प्रतिवर्ष वितरित किए जाते रहे हैं। स्वामी शुद्धिदानंद जी महाराज मायावती के धर्मार्थ चिकित्सालय को और बड़ा आकार देकर यहां सभी सर्जिकल सुविधा देने का इरादा बनाए हुए हैं। जिससे गरीबों को उपचार के लिए बाहर न जाना पड़े। इसके अलावा मानवीय सेवा के अन्य प्रकल्प शुरू करने पर भी विचार कर रहे हैं। अतीत में नेपाल एवं अन्य स्थानों में आए भूकंप एवं अन्य दैवीय आपदाओं से पीड़ित लोगों की आश्रम की ओर से उल्लेखनीय सेवाएं की जाती रही हैं। यहां की विशिष्ट मानव सेवा को देखकर यहां आने वाले लोगों का हृदय परिवर्तन स्वतह हो जाता है। यहां सब कुछ दानवीरों के सहारे ही चलता है। देश-विदेश के दानवीर लोगों की दृष्टि में अद्वैत आश्रम मायावती ऐसा विश्वसनीय संस्थान है, जो हमारी भावनाओं की कसौटी में खरा उतरता आ रहा है। जिसका उन्हें संतोष एवं गर्व है।

फोटो – अद्वैत आश्रम के वर्तमान अध्यक्ष स्वामी शुद्धिदानंद जी महाराज।


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