उत्तराखंड में दीपक बल्यूटियां जहां उन बड़े चहरों में सुमार थे जिन्हें समाजिक कार्यों के साथ जन-सरोकारों से हमेशा लगाव रहा और यहीं नहीं कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व ने हमेशा उनके कार्यों को तवज्जो नहीं दी
बता दें कि दीपक बल्यूटियां का पूर्व मुख्यमंत्री और विकास पुरुष स्व एन डी तिवारी के पारिवारिक रिश्तों में आते हैं और 2022 के विधानसभा चुनावों में भी अपनी प्रबल दावेदारी की थी उस समय स्व श्रीमती डॉ इंदिरा हृदयेश के सुपुत्र सुमित हृदयेश को कांग्रेस ने टिकट दिया, और लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भी उन्होंने प्रबल दावेदारी की थी लेकिन इस बार भी कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने 2024 में कालाढूंगी सीट से चुनाव हार चुके प्रकाश जोशी पर पुनः मेहरबानी दिखाते हुए उन्हें नैनीताल लोकसभा सीट पर दावेदार घोषित कर दिया इन सब चीजों से हाहत होते हुए 35 साल कांग्रेस को लगातार सेवा देते हुए आखिरकार दीपक बल्यूटियां ने कांग्रेस का दामन छोड़कर उत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया है।
क्या कुछ अपने त्यागपत्र में उन्होंने लिखा –
त्याग पत्र
सेवा में,
सुश्री कुमारी शैलजा जी
प्रभारी उत्तराखण्ड कॉंग्रेस
विषय: कॉंग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा
महोदया,
बहुत ही भारी मन से व अपनी अंतरात्मा की आवाज से मैं कॉंग्रेस पार्टी से इस्तफा देने के लिए विवश हूँ। कॉंग्रेस के एक वफादार सिपाही होने के नाते 35 वर्षों से लगातार जन सेवा के साथ-साथ जन मुद्दों को उठाता आया हूँ। मैं बेहतर तरीके से समाज की सेवा करना चाहता हूँ। मेरी प्रेरणा रहे उत्तराखण्ड के प्रिय नेता विकास पुरुष स्व० नारायण दत्त तिवारी के आदर्शों में चलकर उनके विकास के साथ-साथ उनकी विरासत को आगे लेजाकर समाज की सेवा करना चाहता रहा हूँ, लेकिन कॉंग्रेस में एक ऐसे विद्यार्थी की तरह महसूस करता हूँ जिसने बहुत मेहनत करी पर उसे कभी भी इम्तेहान में नहीं बैठने दिया गया और प्रतिभा का प्रदर्शन का मौका दिया।
मुझे मेरे उन सांथियों के लिए बहुत पीढ़ा है जो मेरे साथ निःस्वार्थ भाव से जुड़े हैं और मेरे साथ मिलकर संघर्ष करते आए हैं।अपनी क्षमता व अपने संसाधनों के अनुसार मेरी पूर्ण कोशिश रही है कि यथा शक्ति जन सेवा करूँ व जन मुद्दों को जानता व सरकार सम्मुख रखूँ। मेरा मानना है कि एक संवैधानिक मुकाम में पहुँचकर जानता की बेहतर सेवा की जा सकती लेकिन कॉंग्रेस पार्टी द्वारा अवसर देने की बजाय हर समय अनदेखी की गई।जब कोई भी पार्टी का जमीनीं कार्यकर्ता जमीन पर पार्टी के लिए काम करता हो और पार्टी के शीर्ष नेता आपके किए संघर्ष व कार्य को सम्मान करने की बजाय आपको नजरंदाज करें तो बहुत पीड़ा होती है।पार्टी में तमाम गतिरोध व मनोबल गिराने के बावजूद निरन्तर कार्य करना आसान नहीं है बावजूद इसके 35 वर्षों से एक कर्मठ कार्यकर्ता व वफादार सिपाही की तरह सेवा करता रहा हूँ।
मैं उन सभी शुभ चिंतकों और मेरे संघर्ष की यात्रा में सांथ रहे सांथियों से इस आत्मनिर्णय के लिए तहेदिल से क्षमा चाहता हूँ और विश्वास दिलाता जन मुद्दों के लिए मेरा संघर्ष जारी रहेगा।
आपका अपना
दीपक बल्यूटिया
प्रतिलिपि: श्री करन माहरा, अध्यक्ष उत्तराखण्ड कॉंग्रेस