मंदिर माला के तहत राज्य सरकार के द्वारा जारी की गई 12 करोड़ 53 लाख रुपए की धनराशि।
सनातन धर्म के चारों पीठों एवं हिमालयी वास्तुकला के समावेश से किया जाएगा नए बाराही धाम का निर्माण।
देवीधुरा। बाराही धाम में मां बज्र बरही का ऐसा मंदिर बनाया जाएगा जो उत्तराखंड में कुमाऊं के पहले और उत्तराखंड के छठे धाम के रूप में अपनी विशिष्ट भव्यता एवं दिव्यता के लिए विशेष पहचान बनाएगा। यह निर्णय मंगलवार को श्री बाराही शक्तिपीठ ट्रस्ट द्वारा आयोजित पहली बैठक में लिया गया। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि हिमालयी वास्तुकला के साथ सनातन धर्म की चारों पीठों की वास्तुकला का समावेश किया गया है। इस कार्य का संयोजन कर रहे दिनेश जोशी ने बताया कि मंदिर में कोलार्ज के ग्रेनाइट का प्रयोग कर ऐसे शिल्पकारों का सहयोग लिया जाएगा, जिन्होंने अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण किया है। बैठक में मंदिर कमेटी के मुख्य संरक्षक लक्ष्मण सिंह लामगड़िया ने बताया कि मंदिर माला के तहत बाराही धाम के विकास के लिए 12.53 करोड़ की स्वीकृति मिल चुकी है, जिसके लिए ट्रस्ट द्वारा मिष्ठान वितरित कर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के प्रति आभार व्यक्त किया गया। तय किया गया कि श्री बाराही शक्तिपीठ ट्रस्ट की देखरेख एवं विद्वान संतों के मार्गदर्शन में मंदिर का निर्माण किया जाएगा, जिसका शिलान्यास मई एवं जून के मध्य पूज्य संतों के मार्गदर्शन में किया जाएगा जिसके लिए मुख्यमंत्री को विशेष रूप से आमंत्रित करने को कहा गया। इससे पूर्व यहां विश्व कल्याण महायज्ञ आयोजित किया जाएगा। मंदिर की गब्यूरी एवं मां बज्र बाराही की मूर्ति का निर्माण बाबा कल्याण दास जी महाराज की परिकल्पनाओं के अनुसार उन्हीं के द्वारा किया जाएगा। बैठक में मंदिर का ट्रस्ट बनाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसका विधिवत कार्यालय संचालित किए जाने एवं मंदिर परिसर से मचवाल तक नित्य स्वच्छता व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई निर्णय लिए गए। बैठक में मंदिर कमेटी से जुड़े विशन चम्याल, हयात सिंह बिष्ट, जगदीश सिंहवाल, नवीन राणा,ग्राम प्रधान ईश्वर बिष्ट, विनोद चम्याल, प्रवीण जोशी, अमित लमगड़िया, किशन लमगड़िया, आनंद राणा ,चंदन सिंह, रमेश राणा दीपक चम्याल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कहा कि वे बाराही धाम को उत्तराखंड का छठा व कुमाऊं का पहला धाम बनाने के लिए पूर्ण सहयोग करेंगे। इस अवसर पर बाराही धाम के मास्टर प्लान को बनाने में जिलाधिकारी नवनीत पांडे के द्वारा किए जा रहे विशेष सहयोग एवं मार्गदर्शन के लिए उनका आभार व्यक्त किया गया। बैठक में यहां प्रथम विश्व कल्याण महायज्ञ का शुभारंभ करने वाले केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी हीरा बल्लभ जोशी द्वारा दिए जा रहे सहयोग के प्रति भी आभार जताया गया। आदित्य बिरला ग्रुप के डिजिटल हेड एवं देश के नामी साइबर एक्सपर्ट राजशेखर जोशी द्वारा यहां विशाल ज्ञान यज्ञ कथा किए जाने की भी जानकारी दी गई, जिसमें पुराणों के मर्मज्ञ अतुल कृष्ण भारद्वाज द्वारा कथावाचन के लिए अपनी सहमति दे दी है।
बाराही धाम का एक दृश्य।