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बर्फबारी से चीन सीमा से लगने वाले सभी मार्ग बंद
फरवरी के आते ही जहां उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला तो हुई बारिश और बर्फबारी से लोगों के चहरों में खुशियां छा गई बर्फबारी होने से हिमालय ने सफेद मोटी बर्फ की चादर ओढ़ ली है।
तो पिथौरागढ़ के कालामुनि,बिटलीधार,खलिया से लेकर मिलम और चौदास से लेकर चीन सीमा लिपुलेख, लिंपियाधुरा तक का पूरा क्षेत्र मोटी बर्फ की चादर से ढक चुकी है।
चीन सीमा को जोड़ने वाले सभी मार्ग बाधित हो चुके हैं। गुंजी गांव में पेयजल संकट बन चुका है। नपलच्यू के स्रोत से पानी लाकर प्यास बुझ रही है। रातापानी से पातलथौड़ तक भारी हिमपात के चलते थल-मुनस्यारी मार्ग दूसरे दिन भी यातायात के लिए बंद रहा।
जिसके चलते तापमान में गिरावट आने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सोमवार दोपहर बाद धूप-छांव को खेल चलने से राहत मिली है। वहीं वर्षा होने से काश्तकारों के चेहरे खिले हैं। उच्च हिमालय में लगातार तीसरे दिन भी हिमपात हुआ। मुनस्यारी के उच्च हिमालयी जोहार घाटी के 13 गांवों सहित रालम व अन्य उच्च मध्य हिमालयी गांवों तक हिमपात हो चुका है। थल-मुनस्यारी मार्ग पर रातापानी से लेकर मुनस्यारी के बीच सोमवार सुबह तक हिमपात हुआ। रातापानी, कालामुनि, बिटलीधार, पातलथौड़, बलाती में भारी हिमपात के चलते थल-मुनस्यारी मार्ग पर दूसरे दिन भी वाहनों का संचालन बंद रहा। बिटलीधार, कालामुनि आदि स्थानों पर सड़क पर डेढ़ फीट के आसपास बर्फ है। खलिया में दो फीट से अधिक बर्फ गिरी है। हिमनगरी मुनस्यारी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।